द्वारा लिखित :   जैक पूनन श्रेणियाँ :   मूलभूत सत्य
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रोमियों 7 में पौलुस एक ऐसे व्यक्ति के विषय में बताते है जो पाप पर विजय पाने की और एक पवित्र जीवन जीने की भी इच्छा रखता है, लेकिन इसे जीने की उसकी समझ गलत है। पवित्र आत्मा ने यहाँ (पद 4) में विवाह के तस्वीर का उपयोग किया है। जब हम अपरिवर्तित थे, तब हमारा विवाह एक बूढ़े आदमी के साथ हुआ था। हमारे परिवर्तन के बाद, मसीह से विवाह करने के बजाय, हम व्यवस्था से विवाह करने की गलती कर लेते है। पाप पर विजय प्राप्त करने की प्रयास में हर विश्वासी यह गलती करता है। सबसे पहले वह अपने ही सामर्थ से पाप पर विजय पाने का प्रयास करता है - यह व्यवस्था से विवाह करना है। अध्याय 6 और 7 में, हम इन तीन आध्यात्मिक "विवाह" को देख सकते है - पहले उस बूढ़े आदमी के साथ, फिर व्यवस्था के साथ और अंत में मसीह के साथ।

इस बूढ़े आदमी की तुलना एक दुष्ट पति के साथ की जा सकती है जो अपनी पत्नी को मारता है, उसे एक वेश्या के रूप में बदल देता है और उसके जीवन और उसकी खुशी को नष्ट कर देता है। यह पस्त पत्नी इस दुष्ट पति से मुक्ति पाना चाहती है। एक दिन उसका पति - वह बूढ़ा आदमी मर जाता है। वह नई जन्म लेती है! अब फिर से विवाह करने के लिए वह स्वतंत्र है। लेकिन मसीह से विवाह करने के बजाय वह उससे विवाह कर लेती है जो मसीह की तरह दिखता है - और वह है व्यवस्था।

व्यवस्था परिपूर्ण है, और इस कारण से व्यवस्था को मसीह मानने की गलती, सरल हो जाता है क्योंकि यह सिद्ध धार्मिकता का अनुरोध करता है। व्यवस्था उस बूढ़े आदमी के तरह नहीं है। वह अपनी पत्नी पर हथौड़ा या उसे मारता नहीं है और न ही किसी भी प्रकार का कष्ट पहुँचाता है। लेकिन वह पूर्णता की मांग करता है। तुम्हें सुबह 6 बजे तुरंत जाग जाना चाहिए। 8 बजे तक तुम्हें नाश्ता मेज पर तैयार कर देना चाहिए। यह 8:01 में नहीं होना चाहिए, लेकिन बिल्कुल 8 बजे पर। यही है परिपूर्णता। घर का हर भाग पूरी तरह से साफ और स्वच्छ होना चाहिए। जूते हमेशा उचित स्थान पर रखा जाना चाहिए, कपड़े बिना किसी भी दाग के उत्तमता से धोया जाना चाहिए और साथ ही उत्तमता से इस्त्री किया जाना चाहिए।। व्यवस्था आपको कभी भी बुरा काम करने के लिए नहीं कहता हैं। लेकिन कितने जवान बहनें हर क्षेत्र में इस तरह की पूर्णता की मांग करने वाले आदमी से शादी करना चाहेगी? उस बूढ़े आदमी के साथ विवाह करने के बाद, अब व्यवस्था के साथ विवाह करना, कड़ाही से बाहर निकलकर आग मे कूदने के सामान है। वह एक अच्छा आदमी है, लेकिन वह अत्यधिक काम की अपेक्षा रखने वाला व्यक्ति है। वह किसी भी बुराई की मागं नहीं करता, लेकिन उनके स्तर को आप माप नहीं कर सकते हैं। तब आपको पता चल जाता है कि आपने गलत आदमी से विवाह कर लिया है। तो अब आप क्या कर सकते हैं? व्यवस्था - परमेश्वर की व्यवस्था - कभी नहीं मर सकता हैं! यहां एक पति है जो स्वस्थ और प्रबल है और जो हमेशा के लिए जीवित रहेंगा । विवाहिता स्त्री व्यवस्था के अनुसार अपने पति के जीते जी उस से बन्धी है (7:2)। वह स्त्री फिर से खुश होने की सारी आशा छोड़ देती है।

तब परमेश्वर कुछ अद्भुत कार्य करते है। वह उस स्त्री को मरने देता है, और इससे विवाह-मन्नत टूट जाता है। पहले बार वह पति (बूढ़ा आदमी) था जो मर गया था। अब यह पत्नी (आप) है जो मर जाती है। “हे मेरे भाइयो, तुम भी मसीह की देह के द्वारा व्यवस्था के लिये मरे हुए बन गए, कि उस दूसरे के हो जाओ, जो मरे हुओं में से जी उठा”(7:4)। अब जब कि तुम मसीह के साथ मर चुके हो, आप इसके बाद से व्यवस्था के साथ संबंधित नहीं है। और परमेश्वर मृतकों में से आपको उठाते है जिससे कि आप मसीह से विवाह कर सके। यही तीसरा विवाह है - और यह गौरवशाली है! लेकिन मसीह भी बहुत मांगतें है। वे उस व्यवस्था के समान परिपूर्ण है और कहते है, "नाश्ता बिल्कुल 8 बजे मेज पर होना चाहिए - 8:01 पर नहीं। सब कुछ चकाचक होना चाहिए। घर सुथरा होना चाहिए", आदि। उनका मानक व्यवस्था के मानकों की तुलना में एक कण भी कम नहीं हैं। वास्तव में वे उससे अधिक ऊँपर है। व्यवस्था केवल यह कहता है - तू व्यभिचार न करना। लेकिन मसीह कहते हैं, कि आप अपने मन में भी किसी स्त्री के प्रति कुदृष्टि न रखे। लेकिन मसीह और व्यवस्था के बीच एक बड़ा अंतर है। मसीह कहते हैं, "चलो एक साथ नाश्ता बनाते है - आप और मैं"। वे चाहते है कि हम सब कुछ उनके साथ साझेदारी में करे।

मान लीजिए कि आप उन अकुशल पत्नियों में से एक है जो नाश्ता केवल दोपहर के 1 बजे को ही तैयार कर सकती है! परमेश्वर आपकी न तो निंदा और न ही आपको अस्वीकार करेंगे जैसे व्यवस्था करता था। वे कहते हैं, "कोई बात नहीं, हम एक साथ काम करेंगे और आप में सुधार होगा।" और इस प्रकार परमेश्वर आपके साथ काम करते है और कुछ ही दिनों में आप नाश्ता सुबह 11 बजे तक तैयार करने के लिए प्रबंधन कर लेते है। परमेश्वर कहते हैं, "अद्भुत! हम 1 बजे से 11 बजे तक चले गए हैं। हम इन दिनों में 8 बजे तक बनाने वाले हैं। हम पूर्णता की ओर आगे बढ़ेंगे। यदि आप कपड़े धोने में असमर्थ हैं और दाग अभी भी कपड़ों पर बना हुआ हैं, परमेश्वर कहते हैं, "कोई बात नहीं, हम उस क्षेत्र पर भी काम करेंगे।" अगली बार उनकी मदद से जब आप कपड़े धोएंगे, आप पाएंगे कि इस बार कम दाग पीछे छुङा हुआ हैं। इस प्रकार प्रभु तब तक आप के साथ काम करेंगे जब तक धोए हुए कपड़ों में एक भी दाग न छुटा हो - वे आपके साथ तब तक काम करेंगे, जब तक आपको परिपूर्णता प्राप्त न हो जाए।

आप देख रहे हैं कि प्रभु अपनी दुल्हन के साथ कैसे काम करते है? वे हमें व्यवस्था के समान आज्ञा नहीं देते है। वह हमारे साथ काम करते है - हम उनके सह कार्यकर्ता हैं। इस प्रकार के पति यीशु है।