द्वारा लिखित :   जैक पूनन
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पवित्र आत्मा की सेवकाई परमेश्वरत्व की सभी सेवकाइयों में सबसे अदृश्य है। वह गुप्त और अदृश्य रीति से प्रोत्साहित करता है और मदद करता है, यहां तक कि अपने काम के लिए कोई भी पहचान या श्रेय की इच्छा किए बिना। वह लोगों द्वारा केवल परमेश्वर पिता और यीशु की प्रशंसा करने और पूरी तरह से तस्वीर से बाहर रहने में काफ़ी संतुष्ट है। कितनी सुंदर सेवकाई है।

फिर ऐसी आत्मा से भरे जाने का क्या अर्थ है? इसका मतलब यह होना चाहिए कि हम उसके जैसे होंगे, उसकी जैसी सेवकाई होने में संतुष्ट – गुप्त, अदृश्य, कोई श्रेय न लेते हुए और दूसरों को श्रेय दिए जाने में संतुष्ट। क्या हम वाकई इस आत्मा से भरे हुए हैं?

बहुत से लोग जो आज "पवित्र आत्मा से परिपूर्ण" होने का दावा करते हैं, तथापि मसीही मंचों पर अपने दानों के प्रयोग के माध्यम से अपने लिए ऐसी प्रमुखता चाहते हैं, स्वयं को ऊपर उठाते हैं, और अपने लिए धन की खोज करते हैं। यह सब कुछ पवित्र आत्मा का कार्य नहीं है। यह सब पवित्र आत्मा की जालसाजी/नक़ल करने वाली किसी अन्य आत्मा का कार्य है, और इस तरह के नकली और धोखे का पर्दाफाश करना कलीसिया में हमारा कर्तव्य है।

पवित्र आत्मा में बपतिस्मा प्राप्त करने का पहचान चिन्ह क्या है? यीशु ने प्रेरितों के काम 1: 8 में यह स्पष्ट कर दिया कि सामर्थ इसका चिन्ह है। उसने कभी भी एक शब्द अन्यभाषा को आत्मा से भरे जाने का प्रमाण माने जाने के विषय में नहीं कहा। और न ही प्रेरितों ने इस बारे में एक शब्द कहा। यदि आप उन प्रतीक्षा करने वाले शिष्यों के पास जाएँ और उनसे पूछेंगे, "जब आपने पवित्र आत्मा में बपतिस्मा प्राप्त किया, तो यह आपको कैसे पता चला?" - उन्होंने यह नहीं कहा होगा कि वे अन्य भाषा में बोलने लगे। वे कहेंगे कि यीशु ने उनसे कहा था कि उन्हें सामर्थ प्राप्त होगी। आप पूछ सकते हैं "मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे यह सामर्थ मिली है?" परमेश्वर हमें इसका आश्वासन दे सकता है, ठीक वैसे ही जैसे उसने हमें आश्वासन दिया कि हमारे पापों को क्षमा कर दिया गया है। पवित्र आत्मा, जो हमारी आत्मा के साथ गवाह है कि हमारे पापों को माफ कर दिया गया है, उसके साथ यह भी गवाही देगा कि हम सामर्थ से संपन्न हैं। परमेश्वर से माँगे कि वह आपको इन दोनों महत्वपूर्ण बातों के लिए आश्वासन दें। इसलिए वे सामर्थ के लिए बाँट जोह रहे थे। लेकिन जब उन्हें सामर्थ मिला तो उन्हें अन्य भाषाओं (जीभों) में बोलने का वरदान भी मिला।

यह निश्चित रूप से परमेश्वर की इच्छा है कि प्रत्येक मसीही के पास सामर्थ हो। सामर्थ होने का मतलब यह नहीं है कि आप एक उग्र सुसमाचार प्रचारक बन जाएंगे। आपके पास मसीह की देह में अपनी स्वयं की सेवकाई को पूरा करने की सामर्थ होगी। मानव शरीर पर विचार करें। हमारे मानव शरीर का अंग होने के लिए, उस अंग के माध्यम से रक्त बहना ज़रूरी है। कृत्रिम हाथ एक शरीर का हिस्सा नहीं हो सकता है क्योंकि रक्त इसके माध्यम से प्रवाह नहीं करता है। उसी तरह, जहाँ मसीह के लहू ने किसी को शुद्ध किया है, वही व्यक्ति मसीह की देह का अंग हो सकता है। लेकिन अगर रक्त एक हाथ में बहता है, तो भी वह लकवाग्रस्त हो सकता है - और इसलिए एक बेकार अंग बन जाता है। अगर लकवा ठीक हो जाए, और हाथ को शक्ति मिले, तो क्या वह जीभ बन जाएगा? नहीं! वह एक शक्तिशाली हाथ बन जाएगा। इसी तरह यदि लकवाग्रस्त जीभ को शक्ति मिले तो वह भुजा नहीं बनेगी। वह एक शक्तिशाली जुबान बन जाएगी। इसलिए यदि परमेश्वर ने आपको माता होने के लिए बुलाया है और आप पवित्र आत्मा से भर जाते हैं, तो आप एक सुसमाचार प्रचारक नहीं बनेंगे; आप एक शक्तिशाली, आत्मा से भरी माँ बन जाएँगी।

हर किसी के सिर पर बैठी आग की जीभ यह संकेत देता है कि हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा जो परमेश्वर नई वाचा के युग में उपयोग करेगा, वह जीभ होगी - एक जीभ जो पवित्र आत्मा की आग से भरी और हर समय उसके पूर्ण नियंत्रण में हो। यह अन्य-भाषाओं के दान के चिन्ह का हिस्सा है। परमेश्वर आपकी जीभ का उपयोग दूसरों को आशीष देने के लिए करना चाहता हैं, न केवल अगर आप प्रचारक हैं, बल्कि हर दिन लोगों के साथ आपकी साधारण बातचीत में भी। लेकिन इसके लिए, आपको पवित्र आत्मा को अपनी ज़ुबान पर पूर्ण नियंत्रण करने देना चाहिए, दिन के 24 घंटे और सप्ताह के सातों दिन।