सभी भविष्यद्वक्ताओं ने परमेश्वर के लोगों के बीच एक बचे हुए शेष लोगों के बारे में बात की है। उन्होंने यह बताया है कि कैसे, परमेश्वर के लोगों के मध्य में आध्यात्मिक गिरावट के समय पर, कुछ ऐसे लोग भी होंगे जो परमेश्वर के प्रति निष्ठावान बने रहेंगे।
पुराने नियम में लिखी गई चीजों को हमारे अनुदेश के लिए लिखा गया है (1 कुरिन्थियों 10:11)। आज के समय मसीहियों के बीच गिरावट आ गई है, जैसे अतीत में इस्राएलियों के बीच में गिरावट आई थी। इस्राएल और यहूदा - ये दोनों राज्य - ईसाईजगत में दो समूहों की एक तस्वीर है। इस्राएल, 10 गोत्रों के साथ, मेनलाइन संप्रदायों के बड़े समूह का प्रतीक है। और यहूदा अपने 2 गोत्रों के साथ छोटे गैर-अनुसारक महासभाओं का प्रतीक है। लेकिन ये दोनों समूहों में आज गिरावट हैं। पुराने नियम में, यहूदा ने इस्राएल के गलतियों से नहीं सीखा था। और गैर-अनुसारक समूहों ने आज मेनलाइन संप्रदायों के गलतियों से नहीं सीखा है - और उन्होंने स्वयं वही गलतियां की है। लेकिन अंत में, दोनों समूहों से, परमेश्वर ने आज एक बचे हुए लोगों को चुना है। आज - दोनों अनुष्ठानिक समूहों और स्वतंत्र समूहों के बीच में आध्यात्मिक गिरावट है। लेकिन इस सभी के बीच में, परमेश्वर के पास कुछ ऐसे है जिनके पास उनके लिए हृदय है। वे सभी एक संप्रदाय में नहीं पाए जाते हैं। वे सभी विभिन्न संप्रदायों में पाए जाते हैं - ऐसे पुरुष और महिलाओं में जो परमेश्वर से प्रेम करते हैं और सभी चीजों में उनकों सम्मान देने की चाह करते हैं। वे यथार्थ रूप से पवित्र आत्मा से भरे हुए हैं और विवादों में भागी नहीं होते हैं। वे अपनी जीभ के उपयोग में बहुत सावधान हैं और धन के साथ बहुत विश्वसनीय हैं। परमेश्वर ऐसे दिनों में अपने अवशेष के रूप में अपने लोगों को इकट्ठा कर रहे हैं। भविष्यवक्ताओं का विषय हमेशा पुन-स्थापन था। इस अवशेष ने प्रभु यीशु के आगमन के लिए मार्ग तैयार किया हैं। जब प्रभु का जन्म हुआ, एक छोटा अवशेष था - मंदिर में शमौन और हन्नाह , यूहन्ना बपतिस्मा, चरवाहें, और पूर्व से कुछ ज्योतिषी पुरुष। आज भी ईसाईजगत में ऐसे बचे हुए लोग हैं जो प्रभु के आने के लिए मार्ग तैयार कर रहे हैं।
सपन्याह कहते है, "विनती करे कि प्रभु आपको बचाएं। आप सभी जो नम्र हैं, अधिक विनम्रता की खोज करें" (सपन्याह 2: 3)। क्या शब्द है - "अधिक विनम्रता के लिए खोज"। सपन्याह को यह समझ था कि परमेश्वर नम्र को आशीष देते है। एक ओर बाबुल का घमंड था और दूसरी ओर यरूशलेम में शेष लोगों की नम्रता थी। कैन और हाबिल के समय से, मानवता में दो धाराएं हैं- बाबुल और यरूशलेम। बाबुल एक भ्रष्ट, धार्मिक व्यवस्था है। यरूशलेम परमेश्वर की सच्ची कलीसिया है। इस कलीसियां की विशेषता चमत्कार, चिह्न और विस्मय नहीं है, लेकिन विनम्रता है। वे अधिक और अधिक विनम्रता की चाह करने से कभी थकते नहीं हैं।
फिर जो शेष बचे हैं, उन लोगों को किस प्रकार के खतरे का सामना करना पङता है? खतरा यह है जब वह अन्य कलीसियाओं के साथ खुद की तुलना करने लगे और बेहतर होने में महिमा करने लगे। शैतान चाहता है कि आप ठीक इसी प्रकार सोचे क्योंकि वह जानता है कि जिस क्षण आप ऐसा सोचने लगे, परमेश्वर आपका दुश्मन बन जाएगा, और फिर आप उन लोगों की तरह बन जाएंगे जिनकी आप घृणा करते हैं। आप देख सकते हैं कि कैसे कितनी जल्दी बचे हुए लोग स्वयं बाबुल का एक हिस्सा बन सकते हैं। तो नम्रता का अनुसरण करें। अपने चेहरे को हमेशा धूल में रखें। कभी अन्य लोगों के साथ अपनी तुलना न करे। अपनी केवल यीशु के साथ तुलना करें। आज जो परमेश्वर के शेष लोग हैं, उन सभी के लिए मेरी सलाह यही है।
सपन्याह ने भविष्यवाणी की कि पलिश्ती शहर भ्रष्ट और उजाङे जाएंगे, परन्तु कुछ जीवित व्यक्तियों की (फिर से बचे हुओं की) परवाह की जाएगी (सफ 2: 4, 7)। इन अवशेष लोगों का तिरस्कार किया जाएगा और अन्य लोगों द्वारा उनका मज़ाक किया जाएगा (सप. 2: 8)। यदि आप प्रभु के लिए दानिय्येल और उनके तीन दोस्तों की तरह, और भविष्यवक्ताओं द्वारा बताए गए शेष लोगों की तरह खड़े होते हैं, तब आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि कई समझौता करने वाले मसीही आपको ताना मारेंगे। वे आपसे कहेंगे, "अगर आप कट्टरपंथियों के इस छोटे समूह में शामिल नहीं हुए होते तो आपके पास एक शानदार सेवकाई होती।" कई मसीहियों ने मुझे ऐसा ही कहा जब मैं अपनी व्यापक सेवकाई छोड़कर, एक कलीसिया के रूप में हमारे ही घर में कुछ लोगों के साथ मिलने लगा (1975 में)। मैं आभारी हूं कि मैंने उनमें से किसी की नहीं सुनी। मैंने प्रभु से कहा, "हे प्रभु, मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि मैं सिर्फ दो या तीन लोगों के साथ हूं। मैं वहाँ होना चाहता हूं जहाँ आप है और मैं आपके वचन की पूरी सच्चाई का प्रचार करना चाहता हूं। मैं पीछे हटे मसीही धर्म के विचारों की परवाह नहीं करता और न ही उनके अगुओं की। " यदि आप इस तरह एक निश्चित निर्णय लेते हैं, तो आपको बहुत से विरोध का सामना करना होगा। परन्तु यदि आप अंत तक धीरज धरते रहेंगे, तो आप हर्ष से अपनी राह पूरी करेंगे। अपनी आँखें प्रभु की ओर रखे। परमेश्वर कहते हैं, "अपने आलोचकों के बारे में चिंता न करे। मैं अपने समय में उनसे निपटूंगा। " आज, मेरे आलोचक चुप हैं। परमेश्वर ने हमारे बीच में जो किया है उससे वे आश्चर्य है। ताना मारे जाने को अगर आप नहीं सह सकते, तो आप लड़ाई छोड़ देंगे और समझौताकर्ताओं में शामिल हो जाएंगे।
इन शेष लोगों की कुछ विशेषताएं देखें
"मैं कमजोर और असहाय लोगों को बचाऊंगा, मैं उन लोगों को महिमा और प्रतिष्ठा दूँगा जिनका मज़ाक किया जाता था और जिन्हें लज्जित किया जाता था। मैं तुम्हें गौरवपूर्ण नाम दूंगा। वे आपकी प्रशंसा करेंगे, क्योंकि मैं उनके आंखों के सामने तुम्हारे धन - सम्पत्ति लौटा दूंगा ( सप 3:19,20)। शेष लोग ऐसे लोग हैं जो स्वयं कमज़ोर और असहाय हैं। परमेश्वर खुद उनके दुश्मनों से निपटता है और अंतिम दिन में अपने लोगों को महिमा और गौरव प्रदान करता है।