द्वारा लिखित :   जैक पूनन श्रेणियाँ :   Struggling मूलभूत सत्य चेले
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यह एक महत्वपूर्ण सत्य है जो आपको हमेशा अपने मन में रखना है: पुरानी वाचा के सारे उद्धरणों को यह देखने के लिए जाँचना ज़रूरी है कि क्या नई वाचा का कोई सत्य उसे रद्द करता है। जैसे, मेमनों का वध करना अब हमारे लिए रद्द हो चुका है, क्योंकि परमेश्वर का मेमना अब हमारे लिए वध हो चुका है। इसी तरह, हमें यह याद रखना चाहिए कि दानिय्येल ने एक ऐसे समय में प्रार्थना की थी जब शैतान और उसकी सेनाएं कलवरी पर हराई नहीं गई थीं। इस वजह से ही उस समय स्वर्गीय स्थानों में शैतान के ख़िलाफ तीन सप्ताहों तक संघर्ष हुआ था (दानि. 10:12, 13 ) । लेकिन अब हम क्रूस के यथार्थ-काल में हैं, जबकि शैतान हराया जा चुका है। इसलिए अब हमें उसके साथ तीन सप्ताह तक संघर्ष करने की ज़रूरत नहीं है। अब हम मसीह की जीत पर खड़े हैं। यह एक ऐसा सत्य है जिसे बहुत कम लोग सिखा रहे हैं।

कुलुस्सियों 2:14, 15 और इब्रानियों 2:14 में हम स्पष्ट पढ़ते हैं कि क्करस पर शैतान हरा दिया गया है (नाश नहीं किया है बल्कि निरस्त्र कर दिया गया है) इसलिए आज, हम पहले अपने आपको पूरी तरह परमेश्वर के अधीन करते हैं, और फिर मसीह की जीत पर यीशु के नाम में शैतान का सामना करते हैं। और तब शैतान हमारे सामने से तुरन्त भाग जाता है (याकूब 4:7)। वह हमारे सामने से बिजली की रफ़्तार से भागेगा, जो कि 186,000 मील (300,000 किलोमीटर) प्रति सैकण्ड है- क्योंकि यीशु ने कहा कि “उसने शैतान को बिजली की तरह स्वर्ग से नीचे गिरते देखा था” (लूका 10:18)। वैसे, याकूब 4:7 के बारे में, बाइबल की प्रश्नोत्तरी में पूछने के लिए यह एक अच्छा प्रश्न है: “जब हम शैतान का सामना करते हैं, तब वह हमारे सामने से कितनी तेज़ रफ़्तार से भागता है?"

लेकिन अगर आपके जीवन पाप के नियमित अंगीकार से (जब भी आपका विवेक आपको दोषी ठहराए ) निरंतर मसीह के लहू में शुद्ध नहीं हो रहे होंगे, तो आपको शैतान के ऊपर अधिकार नहीं मिल सकेगा। इसलिए प्रभु के सम्मुख अपने पापों का अंगीकार करते रहने द्वारा अपने विवेक को शुद्ध रखें।

परमेश्वर एक प्रेमी पिता है। आपको अपनी सुरक्षा हमेशा उसमें पाते रहना है। सबसे अच्छा सांसारिक पिता परमेश्वर की एक धुंधली प्रतिकृति है। इसलिए इस तरह आप यह कल्पना कर सकते हैं कि परमेश्वर आपसे कितना प्रेम करता है। आपको हमेशा उसके प्रेम में ही सुरक्षित रहना चाहिए, और बदले में उससे गहरा प्रेम करना चाहिए। आप कभी ऐसा कुछ न करें जो उसे अप्रसन्न करता हो। और जब कभी आप गिरें (जो कभी-न-कभी होता ही रहेगा), तो मन फिरा कर शोक करते हुए फौरन उसके पास लौट आएं, और यीशु के लहू द्वारा अपने हृदय को हमेशा शुद्ध रखें।

अनेक करिश्माई प्रचारकों का प्रचार मुख्य तौर पर भौतिक वस्तुएं पाने, चंगाई पाने, दुष्टात्माओं को निकालने, और फिर लोगों पर यह दबाव बनाने पर ही केन्द्रित रहता है कि अब वे उन्हें अपना धन दें। कुछ दूसरे प्रचारक मसीहियों को तसल्ली देने के लिए परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर भरोसा करने वाला बनाने की बजाय मुख्य तौर पर मनोवैज्ञानिक तरीके इस्तेमाल करते हैं। इसलिए आजकल व्यापक रूप प्रचलित "भीतरी चंगाई", "सकारात्मक सोच-विचार की शक्ति, “पीढ़ी-दर-पीढ़ी के श्राप", आदि जैसी झूठी शिक्षाओं से सचेत रहते हुए उनसे दूर रहें। आत्मिक मामलों में नई वाचा की भाषा तक ही सीमित रहना अच्छा है। परमेश्वर के वचन का अध्ययन करें, और फिर आप धोखा नहीं खाएंगे।

" भय" शैतान के मुख्य हथियारों में से एक है। वह उसे लगातार इस्तेमाल करता है। जब विश्वासी दूसरों को डराते या धमकाते हैं, तो वे (अनजाने ही) शैतान के साथ सहभागिता कर रहे होते हैं, क्योंकि वे एक ऐसे हथियार का इस्तेमाल कर रहे होते हैं जो शैतान के शस्त्रागार का एक शस्त्र है“परमेश्वर हमें भय की आत्मा नहीं देता" (2 तीमु. 1:7 )। भय हमेशा शैतान का हथियार होता है, इसलिए हमें कभी मनुष्यों द्वारा हमारे खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली डराने व धमकाने की युक्तियों से नहीं डरना चाहिए। ऐसे सारे लोग चाहे अपने आपको 'विश्वासीभी क्यों न कहत हों, लेकिन वे शैतान के 'एजेन्ट' होते हैं। यह एक ऐसा पाठ है जो हमें अपने पूरे जीवन के लिए सीख लेना चाहिए।