द्वारा लिखित :   जैक पूनन श्रेणियाँ :   आत्मा भरा जीवन
WFTW Body: 

2 कुरिन्थियों 3:13-18 में, पौलुस ने मूसा और मसीह के संदर्भ में पुरानी वाचा के साथ नए वाचा की तुलना की। जब मूसा परमेश्वर की उपस्थिति में था, तो महिमा उसके चेहरे पर चमकती थी। जब वह पहाड़ से नीचे उतरता, तब अपने चेहरे पर एक परदा डाल देता था। निर्गमन में यह कहता है की उसने चेहरे पर परदा डाला ताकि लोगों को उसे देखने में डर न लगे। लेकिन यहाँ हमें एक और कारण दिया गया है। जैसे ही समय बीतता गया, उस परदे के नीचे मूसा के चेहरे पर महिमा कम और कम होती गई; और इसीलिए उसने अपने चेहरे पर परदा डाला, ताकि इस्राएली यह न देख सकें कि महिमा धीरे धीरे गायब हो रही है (पद 13)। आज कई मसीही है जिनके निजी जीवन में महिमा कम और कम हो रही है। जब आज के 50 वर्षीय प्रचारकों में से कुछ 25 वर्ष के थे, तब वे परमेश्वर के लिए एक अग्नि समान धुन रखते थे। लेकिन अब धन और पाप और कई अन्य मामलों के प्रति उनका द्रष्टिकोण गैर-मसीही बन गया है। यह पुरानी वाचा कि सेवकाई के मुख्य चिन्हों में से एक है – जहां महिमा मुरझा जाती है ।

“पवित्र आत्मा मुख्य रूप से हमें बाइबल में यीशु कि महिमा दिखाना चाहता है।”

एक नई वाचा कि सेवकाई में यह बिल्कुल विपरीत है। हमें अपने चेहरे पर परदा डालना नहीं पड़ता। हमें अपने निजी जीवन में कुछ भी छिपाना नहीं है। यीशु कभी अपने चेहरे पर एक परदे के साथ नहीं आया, क्योंकि नई वाचा में इस परदे को हटा दिया गया है। “जब आप परमेश्वर कि ओर फिरते है, तब वह परदा उठ जाता है” (2 कुरिन्थियों 3:16)। अब जब हम परमेश्वर के वचन में यीशु कि महिमा देखते है, तो पवित्र आत्मा हमें एक स्तर की महिमा से दूसरे में बदल देता है ताकि उसकी महिमा हमारे भीतर प्रति दिन बढ़ती जाए (पद 18)। दूसरे शब्दों में, अगर हम पूरी तरह से पवित्र आत्मा को समर्पण करते हैं, तो हमारे जीवन पर अभिषेक कुछ साल पहले की तुलना में अधिक होगा, और जो 30 साल पहले था उससे कहीं अधिक। लेकिन यदि आप विश्वासयोग्य नहीं है, तो जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है वैसे महिमा आपके जीवन में घटती जाएगी । बहुत से, अति उत्साही युवा शादी के तुरंत बाद पीछे हट जाते है। ऐसा क्यों होता है? यदि आप परमेश्वर की इच्छा में शादी करते हैं, तो आपका उत्साह और महिमा जब आप अकेले थे तब से कहीं अधिक होगा। लेकिन यदि आपकी पत्नी, या आपका घर, परमेश्वर की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हो, तो महिमा कम हो जाएगी। इस तरह का एक आदमी परमेश्वर की महिमा को देखना बंद कर देता है और पीछे हटना शुरू हो जाता है।

कुछ भाइयों, जब वे अज्ञात थे, साधारण लोग परमेश्वर की सेवा करते थे, तब उनके जीवन में जबरजस्त अभिषेक और महिमा थी। लेकिन जैसे ही उनकी सेवकाई बढ्ने लगी और वे मशहूर बन गए, तब उन्होने अपना अभिषेक खो दिया । लोग उनके बारे में क्या सोचते है, इस बारे में वे अधिक चिंतित होने लगे। या शायद, जब उन्होने अपनी सेवा शुरू की तो उनके पास बहुत कम पैसा था और वे अपने पैसे संबधित बहुत सावधान थे। लेकिन जब वे अन्य मसीही सेवको से मिलते जो पैसो से प्रेम करते है, तब वे उनके जैसे बन गए। तब महिमा मुरझाना शुरू हो गई।

ऐसी चीजो के लिए हमारे जीवन से महिमा को दूर करना बहुत आसान है। और अधिक प्रचारक, जब महिमा खत्म हो जाती है, इसे ढापने की कोशिश करेते है जैसे की मूसा ने किया था। सुनिश्चित करें कि आपके जीवन में ऐसा कदापि न हो, क्योंकि यह परमेश्वर कि इच्छा नहीं है। हमारे जीवन में विपरीत होना चाहिए – महिमा बढनी चाहिए। तो परमेश्वर के वचन में द्रढ्ता से देखो और हमेशा यीशु कि महिमा देखें। इस तरह हम संरक्षित किए जा सकते है।

2 कुरिन्थियों 3:18 यह पद पवित्र आत्मा के संपूर्ण नये नियम कि सेवकाई का सबसे अच्छा वर्णन करता है। जब पवित्र आत्मा हमारे जीवन में प्रभु बन जाता है, तो वह आज़ादी लाता है। “जहां परमेश्वर कि आत्मा है, वह स्वतत्रंता है” (पद 17)। वह हमें मुख्य रूप से पाप की शक्ति से मुक्त करता है, बल्कि पैसों के प्यार से, लोगों की राय से, हमारे पूर्वजो और बुजुर्गो की परंपराओ से इत्यादि जो वचन के विपरीत है। यह वास्तव में एक महान स्वतत्रंता है। तब हम मनुष्य की नहीं परंतु परमेश्वर की सेवा करने के लिए स्वतत्रंत हो जाते हैं।

2 कुरिन्थियों 3:18 में हमें बताया गया है की पवित्र आत्मा हमें वचनो में यीशु की महिमा दिखाता है (दर्पण परमेश्वर का वचन है – याक़ूब 1:23-25)। कुछ लोग केवल उपदेश करने और सिद्धांतो की जांच करने के लिए बाइबल पढ़ते है। लेकिन पवित्र आत्मा मुख्य रूप से हमें बाइबल में यीशु की महिमा दिखाना चाहता है। जैसा की हम उस महिमा को देखते है, पवित्र आत्मा हमें उस समानता में भी बदल देता है। उस समानता में मसीह की समानता शामिल है जिस तरह से उसने सेवा भी की। हम उसके जैसे सेवकाई करना शुरू कर देंगे। आत्मा हमें दिखाएगा कि कैसे यीशु ने अपने पिता कि सेवा करने के लिए बलिदान दिए – और वह हमें भी परमेश्वर कि सेवा में बलिदान देना सिखाएगा। अगर हम पवित्र आत्मा को हमें बदलने कि अनुमति देते है तो हमारा जीवन और सेवा पूर्ण रूप से बदल जाएगी। हम नए वाचा के सेवक बनेंगे और हमें ऐसा करने के लिए हमारे संसारी रोजगार छोड़ने कि जरूरत नहीं है। कलिसिया में कोई भी भाई या बहन नए वाचा का सेवक हो सकता है।