द्वारा लिखित :   जैक पूनन
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निर्गमन के पहिले अध्याय में हम पढ़ते हैं कि इस्राएलियोंद्वारा फारो बेचैन हुआ। इस्राएली लोग गुलाम थे फिर भी वह बेचैन हुआ। क्योंकि उन लोगों की संख्या बढ़ रही थी और फारो को डर था कि एक दिन वे सभी मिलकर बलवा करेंगे और उसके लिये काम करना छोड़ देंगे। इसलिये फारो ने आदेश दिया कि इस्राएलियों के सभी नवजात लड़कों को और छोटे लड़कों को कत्ल कर के मार दिया जाए।

अब यह योजना शैतान की थी। शैतान ने कई बार यहूदी लोगों को मारने का प्रयास किया। यह प्रयास प्रथम प्रयास है।

परमेश्वर ने हमें केवल शैतान के षड़यंत्र से बचाया ही नहीं परन्तु उसके आगे जाकर हमारे लिये भलाई का काम भी किया। परमेश्वर शैतान को उसी के जाल में फंसाता है और अपना उद्देश्य पूर्ण करता है। यहाँ हमें परमेश्वर की सामर्थ अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। यदि परमेश्वर ने शैतान को नष्ट कर उसका काम रोका होता तो परमेश्वर की सामर्थ शायद हम नहीं देख पाते।

परमेश्वर शैतान से हमें सुरक्षीत कर के अपनी सामर्थ को प्रगट तो करता है परंतु उससे बढ़कर शैतान के जाल का उपयोग कर अपना काम पूर्ण करने के द्वारा वह सामर्थ को अधिक स्पष्ट रूप से प्रगट करता है।

इसका सर्वोच्च उदाहरण कालवरी का क्रूस है, जिस क्रूस पर यीशु के शत्रुओं ने यीशु को सुली चढ़ाया। परन्तु यही क्रूस शैतान के पराजय का स्थान बना। इस तरह शैतान अपने ही जाल में फंसते जाता है।

यीशु के लिये परमेश्वर ने शैतान को उसी के जाल में फंसाया। यदि हम नम्रतापूर्वक अपना विवेक शुद्ध रखते है तो परमेश्वर हमारे लिये भी ऐसा करेगा। शैतान और उसके दूत जो जाल हमारे लिये डालेंगे परमेश्वर उस जाल में उन्ही को फंसाएगा और उसमें से हमारे जीवन के लिये परमेश्वर का उद्देश्य पूर्ण होगा। बाइबिल के महत्वपूर्ण संदेशों में से यह एक संदेश है। बाइबिल में भी परमेश्वर ने बार बार ऐसा किया है।

फारो राजा ने आदेश दिया कि छोटे बच्चों को मार दिया जाए इसकारण मूसा की मां ने मूसा को टोकरी में डालकर नदी में छोड़ दिया। उसने प्रार्थनापूर्वक ऐसा किया। फारो ने ऐसा आदेश नहीं दिया होता तो उसने मूसा को नदी में नहीं छोड़ा होता। उसने मूसा को नदी में छोड़ने के कारण फारो की कन्या ने उसका महल में लालनपालन किया। परमेश्वर की इच्छा थी कि मूसा चालीस वर्ष तक महल में रहकर प्रशिक्षण ले। फारो ने दुष्ट आदेश यदि नहीं दिया होता तो मूसा ने महल में प्रशिक्षण नहीं लिया होता। वह दास ही बना होता।

देखें की किसतरह, शैतान के जाल का उपयोग कर परमेश्वर ने अपने उद्देश्य पूर्ण किए।